
बड़ा गम भी छुपा लेती है खुशी !
कभी वही गॉंठ बन जाती है दुःख की !!
जन्म एक घटना है और उसके साथ जो हमें मिली है उसके सृजन का नाम जीवन है। इसलिए केवल मनुष्य होना पर्याप्त नहीं है। इस जीवन के साथ होने वाले संघर्ष को स्वीकार करना और इसी स्वीकृति में समाधान छुपा है। सत्संग, पूजा-पाठ, गुरु इससे बचने और उभरने के उपाय हैं। इसी के साथ ऐसी स्थिति में एक काम और करिए जरा मुस्कुराइए