Sunday, August 26, 2018

दु:ख और जिन्दगी

दु:ख  तो सभी की जिन्दगी में आते रहते हैं। कोशिश करिए ये कम समय के लिए  रहें, जितनी जल्दी हो इन्हें विदा कर दीजिए। इनका टिकना खतरनाक है। क्योंकि ये  जीवन में नकारात्मक पक्ष  है। यहीं से तनाव का आरम्भ होता है।
बड़ा गम भी  छुपा लेती है खुशी !

कभी वही गॉंठ बन जाती है दुःख की !!

जन्म एक घटना है और उसके साथ जो  हमें मिली है उसके सृजन का नाम जीवन है। इसलिए केवल मनुष्य होना पर्याप्त नहीं है। इस जीवन के साथ होने वाले संघर्ष को  स्वीकार करना और इसी  स्वीकृति में समाधान छुपा है। सत्संग, पूजा-पाठ, गुरु  इससे बचने और उभरने के उपाय हैं। इसी के साथ ऐसी स्थिति में एक काम और करिए जरा मुस्कुराइए   

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